कोरोना वायरस को लेकर नगर परिषद् ने उठाएं सुरक्षात्मक कदम

इंदरगढ़ । कोरोना वायरस की मप्र के जिलों में दस्तक को देखते हुए प्रशासन ने स्वास्थ्य एवं नगरीय सेवाओं को मुस्तैद कर दिया है। इसी क्रम में इंदरगढ़ नगर परिषद सीएमओ विजयबहादुर सिंह ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सुरक्षा उपायों को लेकर जागरुकता संबंधी सूचनाएं आमलोगों तक पहुंचाने के लिए प्रेसवार्ता का आयोजन किया। इस दौरान में कोरोना वायरस से बचाव व सुरक्षा संबंधी जानकारियों के बारे में विस्तार से बताया।


उन्होंने बताया, कि कलेक्टर से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि चीन सहित अन्य बाहरी देशों से आने वाले यात्रियों की पूरी जानकारी एकत्र कर अपने पास रखें। उनका मेडिकल चेकअप जरुर करवाया जाए। डॉक्टरों की टीम बनाने में विशेषज्ञता का ध्यान रखे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी की उपलब्धता और चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। मेडिकल किट्स हर समय उपलब्ध रहे। ऐसे किसी भी संदेहीजन की प्राप्त जानकारी से जिला प्रशासन को तत्काल अवगत कराएं। सीएमओ ने बताया कि वे शीघ्र ही नगर के विभिन्न वाडोर् में जागरूकता के लिए मीडिया वर्कशाप आयोजित करने का कार्यक्रम तैयार कर रहे है । उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव की तैयारी एवं उसकी रोकथाम के लिए मेडिकल कॉलेज दतिया में एक सेंटर बनाया है। राज्य स्तर पर जानकारी के लिए हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 104 स्थापित किया है।


सीएमओ सिंह ने बीमारी के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए बताया, कि इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस वायरस का आकार 400 से 500 माइक्रोन होता तो कोई भी मस्क इसे रोक सकता है। ज्यादा कीमत का मास्क लेने की जरूरत नहीं। यह वायरस हवा में नहीं रहता। यह किसी वस्तु पर या किसी जीव पर ही एक जगह से दूसरी जगह जाता है। यह वायरस धातु पर पड़ा हो तो 12 घंटों तक ही जीवित रहता है। किसी ऐसी संक्रमित धातु को छूने के बाद साबुन और पानी से अच्छे तरह हाथ धोएं। दिन में कई बार अपने हाथों को धोएं। कपड़ों पर यह वायरस 9 घंटों तक रहता है, कपड़ों को अच्छे तरह साबुन से धोएं। हाथों पर यह वायरस 10 मिनट तक रहता है, इसलिए एल्कोहोल स्ट्रिलाइजर को लगाकर बचाव करें। यह वायरस 26 से 27 डिग्री तापमान पर आने मर जाता है। इसलिए गर्म पानी पिएं और सूरज की धूप ले।