तनाव के बाद हाट के लिए आए ग्रामीण खाली लौट गए,दूसरे दिन हंगामे और पथराव से सहमे रहे लोग

महिदपुर / रंगपंचमी की रात को हुए विवाद के बाद आगामी पर्व की रौनक फीकी हो गई है। पंचमी का पर्व तो उत्साह से मनाया गया, लेकिन सोमवार को शीतला सप्तमी व उसके बाद दशामाता का त्योहार है। दोनों त्योहार पर महिलाएं परिवार की सुख समृद्धि की कामना करती हैं। धारा 144 सख्ती से लागू होने और दिनभर बाजार बंद रहने से पर्व पर होने वाली बाजार की चहल पहल सन्नाटे में बदल गई। लोग घरों में सिमट कर रह गए। वही रविवार को हाट बाजार का दिन होने से ग्रामीण खरीदारी के लिए आए थे। जो अफवाह के बाद बाजार बंद होने से सीधे गांव निकल गए। मोती बाजार संवेदनशील क्षेत्र में आता है। जहाँ कुछ भी घटनाक्रम होने पर तनाव हो जाता है। ऐसे में यहां पर बनी पुलिस चौकी पर कैमरे लगाने की मांग की गई। वही मस्जिद के पीछे भी असामाजिक तत्व घूमते रहते है। उन पर कार्रवाई की मांग की गई।एसपी सचिन अतुलकर ने बताया नगर में स्थिति नियंत्रण में है व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। लोगों से अनुरोध है धारा 144का पालन करे व शांति व्यवस्था बनाए रखे। अफवाहों से सावधन रहे।


सात एफआईआर दर्ज, 6 को कोर्ट भेजा
एसआई राहुल रावत ने बताया कि मामले में आरक्षक बीएन मिश्रा, अखिलेश, आकाश, अभिषेक सहित दोनों पक्षों की ओर 7 एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें में करीब 140 लोगों पर प्रकरण दर्ज हुए। 6 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। जहां से जेल भेजा दिया गया।


शनिवार रात को ऐसे हुआ था विवाद
शनिवार रात में जमात खाने के पास सीएए के विरोध में चल रहे धरना प्रदर्शन में शामिल महिलाओं से भरी बस लौट रही थी। गणेश चौपाटी के पास लालबाई फूलबाई मंदिर मार्ग पर पशु मृत होने की बात पर विवाद शुरू हुआ। जो बढ़ते हुए पथराव तक जा पहुंचा था। इसमें 5 पुलिसकर्मियों सहित 18 लोग घायल हो गए।


प्रकरण दर्ज नहीं करने पर हुए नाराज
पथराव में घायल हुए लाेग रविवार को सुबह एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचे ,लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखने बजाए काफी देर तक बैठाए रखा तो कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया। इससे रहवासी नाराज हो गए। एएसपी अमरेंद्र सिंह की समझाइश के बाद माने। इस दौरान बड़ी संख्या में थाना परिसर में भीड़ इकट्ठा हो गई थी।