इंदौर / प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने से मालवा-निमाड़ के कुछ जिलों में जहां बारिश हुई। वहीं, ज्यादातर जिलों में बादल छाए रहे। नीमच में गुरुवार देर रात करीब आधे घंटे तेज बारिश से अफीम की फसल को नुकसान पहुंचा है। मंदसौर में भी रात में बूंदाबांदी हुई। रतलाम में तो सुबह करीब 6 बादल बरस पड़े। करीब 15 मिनट हुई बारिश के बाद आसमान पर बादलों की आवाजाही लगी रही। इंदौर में भी दिन की शुरुआत काले घने बादलों के बीच हुई। तेज हवा चलने से दिन का पारा लुढ़क गया है। दो दिन पहले भिंड-मुरैना और पन्ना में भी तेज बारिश के साथ ओले गिरे थे, जिससे सरसों, गेहूं, चना और मसूर की फसलें खेतों में बिछ गई थी।
आज और कल ठंड का असर, इंदौर में रात का न्यूनतम पारा 14.9 डिग्री
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में फिर बादल छा गए हैं। इसी कारण नीमच, मंदसौर रतलाम सहित कुछ जिलों में बारिश हुई है। इंदौर में शुक्रवार सुबह से चल रही तेज हवाओं ने मौसम में ठंडक घोल दी। शहर में गुरुवार रात न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री दर्ज किया गया। गुरुवार को अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री होकर सामान्य से 3 डिग्री कम दर्ज किया गया। वहीं, बुधवार रात को भी न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री रहा, जिसे सामान्य आंका गया। मंगलवार रात के मुकाबले 1 डिग्री की कमी न्यूनतम तापमान में आई है। इस बार दिसंबर से लेकर अभी तक की स्थिति में 22 बार पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम प्रभावित हुआ है। लगातार कोल्ड डे रहने के बाद अभी तक ठंड असर दिखा रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार रविवार से फिर मौसम बदलने लगेगा।
अफीम की फसल को नुकसान
मिली जानकारी अनुसार नीमच में गुरुवार शाम से छाए बादल रात करीब साढ़े 12 बजे बरस पड़े। शहर सहित आसपास जहां आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। वहीं, रामपुरा, जावद सहित अंचल में हल्की बूंदाबांदी हुई। तेज बारिश से नीमच के आसपास अफीम की फसल को नुकसान हुआ है। क्योंकि फल में अब किसानों ने चीरा लगा दिया है, ऐसे में बारिश से फल पर जमने वाला रस बह गया है। इसी प्रकार हवा चहलने से कुछ फसल भी आड़ी हो गई है। अफीम के अलावा इसबगोल की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। हालांकि ज्यादा देर तक बारिश नहीं होने से गेहूं सहित अन्य फसल को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। वहीं, रतलाम में सुबह करीब 6 बजे करीब 15 मिनट तक बारिश होती रही।