रायपुर । बिलासपुर के सिद्धार्थ को लिवर संबंधी बीमारी हो गई थी। उसकी स्थिति काफी नाजुक होती जा रही थी। डॉक्टर ने लिवर ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी। सिद्धार्थ की मां ने अपना लिवर देकर बेटे को नई जिंदगी दी।
सिद्धार्थ का हाल में ही मुंबई के फोर्टिस हॉस्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट हुआ। शुक्रवार को मोती बाग स्थित प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता में ट्रांसप्लांट करने वाले डॉ. स्वप्निल शर्मा ने बताया कि सिद्धार्थ को विल्संस बीमारी होने का पता चला। यह बीमारी आनुवांशिक विकृति है, जिसमें जिसमें शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में कॉपर जमा हो जाता है। विशेष रूप से लिवर, मस्तिष्क और आंखों में। इस बिमारी से सिद्धार्थ का लिवर काफी डेमेज हो गया था। ट्रांसप्लांट करना जरूरी था। चेकअप करने के बाद ट्रांसप्लांट के लिए उनकी मां के लिवर रो योग्य पाया गया। ट्रांसप्लांट सफल रहा।
नागपुर के डाक्टरों ने हैदराबाद किया था रेफर
सिद्धार्थ की तकलीफ बढ़ने के बाद उनके परिवार वालों ने नागपुर के टॉप लिवर विशेषज्ञ से दिखाया। उन्होंने हैदराबाद रेफर कर दिया। इसके बाद परिवार वाले वापस बिलासपुर लौट आए। स्थानीय इलाज करवाने के दौरान डॉ. स्वप्निल के बारे में पता चला, जो हर महीने विशेष इलाज के लिए रायपुर आते हैं। संपर्क करने पर उन्होंने मुंबई आने की सलाह दी थी।