4 महीने में 4 लाख रुपए के नकली नाेट चला दिए बाजार में, एक हम्माल और दो कम्प्यूटर सेंटर संचालक को पुलिस ने किया गिरफ्तार

नीमच / चार दिन पहले हाईवे स्थित एक ढाबे से चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया निवासी युवक को नकली नोट चलाते हुए गिरफ्तार किया था। इसके पास से 1.57 लाख रुपए के नकली नाेट मिले थे। पुलिस ने आराेपी काे काेर्ट में पेश किया। जहां से दाे दिन की रिमांड मिली। इसमें बड़ा खुलासा हुआ। पुलिस ने इसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया। तीनों ने बताया कि चार माह में 100, 200 और 500 के चार लाख रुपए कीमत के नकली नाेट बाजार में चला दिए। इसमें 14 मार्च काे गिरफ्तार आरोपी हम्माल है। जबकि उसके साथ दो कम्प्यूटर सेंटर संचालक है। इनके पास से कर प्रिंटर, कटर, नोट छापने में प्रयुक्त ग्लेज पेपर सहित अन्य सामग्री जब्त की। एसपी मनोज राॅय ने बताया कि जिले में नकली नोट चलाने वाले गिरोह की पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी। इन्हें पकड़ने के लिए टीम गठित की। मुखबिर तंत्र काे भी सक्रिय किया। 14 मार्च सूचना मिलने पर टीम हर्कियाखाल चाैकी के पास स्थित एक ढाबे पर पहुंची। जहां बाइक क्रमांक आरजे 27 बीपी 7234 से आए चित्ताैड़गढ़ के चंदेरिया निवासी यूसुफ (30) पिता साहीनुर खां पठान निवासी न्यू आबादी, बाेदियाना धनेतकलां थाना चंदेरिया को नकली नोट चलाते हुए गिरफ्तार कर 8 नकली नाेट जब्त किए। उसके पास मिले बैग की तलाशी ली तो उसमें 200-200 रुपए के 185 नकली नोट कुल 1 लाख 57 हजार मिले। प्रकरण दर्ज कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से 17 मार्च तक रिमांड मिली। टीम से सख्ती से पूछताछ की ताे उसने पूरा राज उगल दिया। गिराेह में शामिल दाे सदस्य के नाम बताए। पुलिस टीम ने चंदेरिया जाकर उसके साथी कमलेश उर्फ (26) अशोक पिता अर्जुनलाल बुनकर निवासी महावीर स्कूल के पास रोलाहेडा चंदेरिया तथा दिनेश (22) पिता कैलाश लौहार निवासी शिव कॉलोनी चंदेरिया काे गिरफ्तार किया और नीमच लेकर आए। तीनों आरोपियों से और कितने लोग हैं इनके बारे में पूछताछ की जा रही है।


कमलेश और दिनेश छापकर यूसुफ को देते थे नकली नोट
टीम ने चंदेरिया में कमलेश की व्यावसायिक कुशलता शॉप पर छापा मारकर नकली नोट छापने में उपयोग कलर फोटो कॉपी मशीन, नोट काटने का कटर तथा 10 दस्ते कागज और कुल छपे हुए नकली नोट जिनकी कटिंग बाकी थी जब्त किए। दिनेश लौहार जो ई-केंद्र का संचालन करता है। ये दोनों कम्प्यूटर चलाने व तकनीकी के जानकार होने से नकली नोट प्रिंट कर हम्माल यूसुफ पठान को देते थे। जो बाजार में चलाता था। आरोपियों ने अब तक 2 हजार, 500, 200 और 100 के 4 लाख से अधिक कीमत के नकली नोट बाजार में चलाना स्वीकार किया है। आरोपी यह काम दिसंबर 2019 से कर रहे थे। बरामद नोट बहुत ही उच्च दक्षता से छापे गए हैं। जिन्हें असली नोटों के बीच में रखकर चलाते थे।


टीम को 10 हजार रु. का इनाम दिया
नकली नोट चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने वाली जीरन पुलिस टीम को एसपी राय द्वारा 10 हजार रुपए का ईनाम देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि कोई भी पुलिस अधिकारी व कर्मचारी बेहतर काम करेंगा उन्हें सम्मानित किया जाएगा।