35 हजार का इनामी लुटेरा नाहर सिंह पकड़ाया, आरोपी रापी गाढ़ कर लूट करने में माहिर

झाबुआ / गांव माछलिया का रहने वाला नाहर सिंह पिता कल सिंह वाखला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह सड़कों पर रापी लगाकर यात्रियों से लूटपाट करता था। उसके पास 24 लोगों का बड़ा गिरोह था। ये बदमाश 10 से 15 की तादाद में मिलकर एक घटना करते थे। नाहर सिंह पर तीन जिलों में मिलाकर 35 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पिछले साल वह 6 लूट की बड़ी घटनाओं में शामिल था। उसका एक भाई अकरम भी गिरोह में था। अकरम पर लगभग 50 हजार रुपए के इनाम है। नाहर के लिए अपराध बड़ी बात नहीं है। पूछताछ में उसने बताया कि जब 15 साल का था, तब गांव के दूसरे बड़े लाेगों के साथ माछलिया घाट पर लूटपाट करने लगा। हर लूट पर उसे 100 रुपए मिलते थे। बाद में खुद ने दूसरे बदमाशों को जोड़ा और सरगना बन गया। पकड़े गए आरोपी के पास से 6 से 7 लाख रुपए का लूट का सामान बरामद हुआ है। प्रदेश सहित राजस्थान के कुल 14 लूट के केस अभी तक पुलिस को पता चल चुके हैं। एसपी विनीत जैन ने बताया, वह गुजरात में भी वांटेड है। गुजरात के केसों की जानकारी ले रहे हैं। इसने अपना दायरा माछलिया घाट से बढ़ाकर जिले में दूसरी जगहों पर फैलाया और फिर बाहर जाकर ये बदमाश लूटपाट करने लगे। ये माइक्रो फाइनेंस कंपनी के वसूली करने वालों को भी लूटते थे। इस पर झाबुआ जिले में 6 केस, सीहोर में बस में रापी लगाकर लूटपाट करने का केस, धार के तिरला में दो और कोतवाली में एक केस, राजस्थान के चित्तौड़ जिले में तीन केस और कोटा जिले में एक केस का पता अभी तक चला है।


पिछले साल जिले में 6 बड़ी वारदात


1 जून को झाबुआ में शादी से लौट रहे महिदपुर और रतलाम के जैन परिवार की दो कारों को पंक्चर कर लूटपाट की गई थी। नगद, मोबाइल फोन, आभूषण सहित लाखों का सामान गया।


12 अगस्त की रात मेघनगर से थांदला के बीच अगराल फाटे पर एक बस सहित 5 से 6 गाड़ी वालों से लूटपाट की गई। 15 मिनट में बड़ी वारदात काे अंजाम दिया। इस घटना में टीआई मेघनगर के नहीं पहुंचने पर एसपी ने उन्हें थाने से हटाया था।


22 अगस्त की रात पारा के पास डॉक्टर घाटी पर ठाकुरसिंह नाम के शख्स से लूट की। ठाकुरसिंह अपना इलाज कराने तूफान जीप से अहमदाबाद जा रहे थे। उनके पास एक लाख रुपए थे।


10 सितंबर को राणापुर के प्रदीप बस सर्विस के परिवार वाले जैन संत के दर्शन कर राणापुर लौट रहे थे। राणापुर के कुछ पहले परिवार वालों की कार पंक्चर कर लूटपाटी की थी।


18 सितंबर को प्रदीप बस सर्विस के परिवार वालों के साथ दूसरी घटना हुई। ढेकल घाट पर कार पंचर कर लूटपाट की।


24 सितंबर को अहमदाबाद से अपने कान का उपचार कराकर लौट रहे राजेश पिता गट्‌टूलाल जैन की कार आरटीओ ऑफिस के पास बायपास पर पंचर कर लूटपाट की गई।


पुलिस का दावा, 90 दिन में एक भी लूट नहीं हुई
एसपी विनीत जैन ने दावा किया है कि जिले में 90 दिन में एक भी लूट या डकैती की घटनाएं नहीं हुई। ये पुलिस की सजगता का परिणाम है। महिला अपराध भी कम हुए हैं। इसके पीछे एक कारण ये भी है कि निर्भया मोबाइल अब तक 248 स्कूलों में जाकर जागरूक कर चुकी हैं। दो साल के आंकड़ें देखे तो 2019 में अपराधों में 2018 के मुकाबले 29.71 प्रतिशत कमी हुई। तीन साल के 1 जनवरी से 15 फरवरी तक के आंकड़ों से पता चलता है कि हत्या के मामले आधे हुए,लूट का एक भी नहीं हुआ, चोरी की एक घटना हुई, दुष्कर्म के दो साल से 7 प्रकरण थे, इस साल 3 हैं।


गैंग के 23 सदस्य अभी फरार
अकरम, जयराम, राजेश, नाथिया, खेलसिंह, कालिया, धनसिंह, दीवान, किशन, रदिया, दरू, पारू, मोहन, धरमा, दुला, धन्ना, मोहड़िया, पारसिंह, तारसिंह, मुकेश, राकेश, गुला और राजा।