सीमांकन की तय थी 17 हजार रिश्वत, पांच हजार लेते आरआई को पकड़ा

बड़ामलहरा। एक साल के अंतराल में तहसीलदार, पटवारियों पर रिश्वत मामले में कार्रवाई के बाद एक और राजस्व निरीक्षक को महज पांच हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। आरआई ने एक काश्तकार से सीमांकन के ऐवज में 17 हजार की रिश्वत तय की थी। पहली किश्त के रूप में पांच हजार की रिश्वत जब किसान से आरआई को मिली तो उसे रंगे हाथों लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया।


प्राप्त जानकारी के अनुसार राजापुर निवासी बारेलाल पुत्र नन्दी प्रजापति की जमीन तरमीम एवं सीमांकन किये जाने को लेकर सड़वा सर्किल में पदस्थ राजस्व निरीक्षक हनुमान सिंह ने काम के बदले रिश्वत के सत्रह हजार रुपए ठहराए थे। जिसकी शिकायत किसान बारेलाल ने लोकायुक्त सागर में की थी। लोकायुक्त की टीम ने सभी औपचारिकता पूरी कर ठहरी हुई रिश्वत की रकम की पहली किस्त बारेलाल के हाथ से तहसील परिसर के शासकीय आवास में रह रहे आरआई हनुमान सिंह के पास भिजवाई जहा? आरआई हनुमान सिंह ने बिना समय गंवाए रूपए ले लिए तभी लोकायुक्त डीएसपी राजेश कुमार खेड़े ने लोकायुक्त टीम के आरक्षक आशुतोष व्यास, यशवंत सिंह ठाकुर, सुरेंद्र प्रताप सिंह, सन्तोष गोश्वामी, अजय क्षेत्री, विक्रम सिंह राजपूत के साथ राजस्व निरीक्षक को रिश्वत के रुपये लिए रंगे हाथ दबोच कर आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम की धारा 7 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की।





आरआई पर सुबह हुई कार्रवाई




बड़ामलहरा तहसील के आरआई हनुमान सिंह मरकाम शराबखोरी को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। कार्यस्थल पर अक्सर शराब के नशे में मदहोश रहने वाले आरआई को तनिक भी अंदाजा नहीं था कि गुरूवार की सुबह उन पर लोकायुक्त की कार्रवाई होने वाली है। तयशुदा कार्यक्रम के तहत लोकायुक्त पुलिस ने किसान बारेलाल को सुबह तकरीबन 7 बजे आरआई के सरकारी आवास पर रूपए लेकर भेजा तो आरआई साहब भी बगैर समय गंवाए घर से बाहर आ गए और उन्होंने पांच हजार की रिश्वत ले ली। जैसे ही उन्होंने रंगे हुए रूपए लिए तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। गुरूवार को अपरांह बाद तक चली कार्रवाई के बाद पुलिस ने आरआई को निजी मुचलके पर छोड़ दिया।


 

बड़ामलहरा में बड़ी है रिश्वतखोरों की फेहरिस्त


बड़ामलहरा अनुविभाग में रिश्वतखोरी का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले एक नायब तहसीलदार एमएस गजोरिया को 10 हजार, खाद निरीक्षक सचिन श्रीवास्तव को 50 हजार, सब इंजीनियर अभिषेक चतुर्वेदी को 4 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। इतना ही नहीं राजस्व विभाग के अन्य कई पटवारी भी रिश्वत लेते रंगे हाथों धराए गए हैं। बता दें कि आरआई रिश्वत मामले के एक दिन पहले जिला कलेक्टर ने बड़ामलहरा का दौरा कर एसडीएम, तहसीलदार और अधीनस्थ अधिकारियों को ईमानदारी से काम करने का पाठ पढ़ाया था। उनके जाते ही सुबह आरआई हनुमान सिंह मरकाम रिश्वत लेते पकड़े गए हैं।